इस कोरोना के संकट में जहां लोग घरों पर बेरोजगार बैठे हैं,वहीं पर हमारे किसान खेतों में अपनी जीविका के लिए कड़ी मेहनत करते हैं| इस समय कोरोना महामारी में लोगों के पास इतने पैसे नहीं है कि वह अपनी खेती बाड़ी मैं पैसे लगाकर अच्छे से खेती-बाड़ी कर पायें|
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क्या है इस विडियो में जिसके लिए सोनू सूद ने ट्रैकटर तोहफे में दिया
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से शेयर हो रहा था| यह वीडियो आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले के मदनपल्ली गांव के एक गरीब किसान नागेश्वर राव का विडियो था | जिसमें वह अपनी दो बेटियों से हल खिंचवा रहा था|
इस गरीब किसान के पास इतने पैसे भी नहीं थे; की वह ट्रैक्टर या फिर बैल से अपने खेत की जुताई कर सकें|
नागेश्वर राव टमाटर की खेती करते हैं और वह टमाटर की बुवाई के लिए खेतों को जुताई अपने दोनों बेटियों से करा रहे थे।
जब यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ लोगों ने इस वीडियो को बहुत शेयर किया और यह वीडियो जब सोनू सूद के पास पहुंचा| तब उन्होंने नागेश्वर राव की खेत जुताई के लिए एक जोड़ी बैल देने का वादा किया| लेकिन फिर बाद में सोनू सूद ने कहा कि यह परिवार 1 जोड़ी बैल के नहीं बल्कि ट्रैक्टर के लायक है|
सोनू सूद ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट करके यह जानकारी दी थी आपको आज शाम तक खेत जुताई के लिए एक ट्रैक्टर भेज रहा हूं “खुश रहिए”
आपको बता दें कि कोरोना काल से पहले नागेश्वर राव चाय का स्टाल लगाकर फिर कोरोना के कारण लॉकडाउन में ही वह अपने घर लौट आए थे और अपनी आजीविका चलाने के लिए खेती करने के लिए मजबूर हो गए थे|
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू ने शिक्षा और उनके सपनों को पूरा करने की जिम्मेदारी ली
इसके बाद रविवार को आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री चंद्रबाबू नायडू ने घोषणा किया की वह नागेश्वर राव के दोनों बेटियों की शिक्षा की पूरी जिम्मेदारी लेंगे और उनके सपनों को पूरा करने में मदद करेंगे|
श्री चंद्रबाबू नायडू ने ट्वीट किया की मेरी बात सोनू सूद जी से हुई है और चित्तूर जिले के नागेश्वर राव के परिवार ट्रैक्टर देने के लिए सोनू सूद की सराहना की और कहा कि नागेश्वर राव के परिवार की दुर्दशा को देखते हुए मैंने उनकी दोनों बेटियों की शिक्षा का ध्यान रखने और उनके सपनों को पूरा करने में मैं पूरी मदद करूंगा|
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सोनू सूद हैं असली रियल लाइफ हीरो
फिल्मों में विलेन की भूमिका निभाने वाले सोनू सूद असल जिंदगी में कितने बड़े हीरो हैं |यह हमें कोविड-19 के समय पता चला जब उन्होंने मुंबई में फंसे प्रवासी मजदूरों को अपने साधन से उनके घर तक छोड़ा |सोनू सूद कोरोना महामारी के समय बहुत से जरूरतमंद लोगों मजदूरों छात्रों किसानों की मदद करने के लिए सामने आ रहें हैं। अभी कुछ दिन पहले सोनू सूद ने दशरथ मांझी के परिवार को आर्थिक सहायता वह मदद देने का बात कही थी|
विदेश में फंसे छात्रों और डॉक्टरों की भी मदद कर चुके हैं
इन सबके अलावा सोनू सूद ने विदेश में फंसे भारतीय छात्रों को फ्लाइट से लाने के लिए मिशन भी शुरू किया है आपको बता दें कि लॉकडाउन में फंसे हजारों प्रवासी मजदूरों को वह बस दिलवा कर उन्हें उनके घर तक पहुंचाया तथा इन सबसे पहले उन्होंने डॉक्टरों की भी काफी मदद की थी|
प्रवासी रोज़गार के माध्यम अगले 5 सालों में कम से कम दो करोड़ लोगों को कार्य दिलाने में मदद
इकोनॉमिक्स टाइम्स को बताते हुए सोनू सूद ने कहा कि उनका लक्ष्य प्रवासी रोज़गार के माध्यम अगले 5 सालों में कम से कम दो करोड़ लोगों को कार्य दिलाने में मदद करना है।
सोनू सूद देखा कि हम फ्लिपकार्ट,अमेज़ॉन, हैवेल्स इंडिया जैसी कंपनियों में एक लाख नौकरियों के लिए प्रतिबद्धता रखते हैं।
तो दोस्तों आपको यह मेरा पोस्ट कैसा लगा आप नीचे कमेंट करके बताइए और ऐसे ही इंटरेस्टिंग न्यूज़ के लिए आप हमारे सोशल मीडिया हैंडल पर हमें फॉलो कर सकते हैं|
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